ठहरने और चलने के बीच
आक्टावियो पाज
प्यार में
अपनी ही पारदर्शिता से
दिनों के जाने और ठहरने की डगमगाहटें
गोलमोल दोपहर
दिनों के जाने और ठहरने की डगमगाहटें
गोलमोल दोपहर
एक खाड़ी की तरह है
जिसमें खड़ी है शांत चट्टान सी दुनियां
सब कुछ दिख रहा है और सब का सब धुंधला है
सब कुछ निकट ही है और कुछ हाथ नहीं आता
कागज, किताबें, कलम और कांच
अपनी ही नामों की परछाईयों में थमें हैं
वक्त की धड़कने मेरे कानों में दोहराई जा रही हैं
और वही अ.बदले से रक्त के बहने के वाक्यांश
प्रकाश उदासीन दीवारों पर
जिसमें खड़ी है शांत चट्टान सी दुनियां
सब कुछ दिख रहा है और सब का सब धुंधला है
सब कुछ निकट ही है और कुछ हाथ नहीं आता
कागज, किताबें, कलम और कांच
अपनी ही नामों की परछाईयों में थमें हैं
वक्त की धड़कने मेरे कानों में दोहराई जा रही हैं
और वही अ.बदले से रक्त के बहने के वाक्यांश
प्रकाश उदासीन दीवारों पर
उतर उतर कर
प्रतिबिम्बों का
प्रतिबिम्बों का
भुतहा नाट्यगृह बन गया है
मैं अपने आप को किसी आंख के बीचों बीच पाता हूं
खुद को शून्य में एकटक घूरता हुआ
लम्हें बिखर गये हैं।
मैं अपने आप को किसी आंख के बीचों बीच पाता हूं
खुद को शून्य में एकटक घूरता हुआ
लम्हें बिखर गये हैं।
गतिहीन।
मैं ठहरा हूं और फिर चलता हूं।
मैं यति हूं, मैं विराम हूं।
मैं ठहरा हूं और फिर चलता हूं।
मैं यति हूं, मैं विराम हूं।
Between going and
staying the day wavers
by
Octavio Paz
Between going and staying the day wavers,
in love with its own transparency.
The circular afternoon is now a bay
where the world in stillness rocks.
All is visible and all elusive,
all is near and can't be touched.
Paper, book, pencil, glass,
rest in the shade of their names.
Time throbbing in my temples repeats
the same unchanging syllable of blood.
The light turns the indifferent wall
into a ghostly theater of reflections.
I find myself in the middle of an eye,
watching myself in its blank stare.
The moment scatters. Motionless,
I stay and go: I am a pause.
2 टिप्पणियां:
मैं अपने आप को किसी आंख के बीचों बीच पाता हूं
खुद को शून्य में एकटक घूरता हुआ
लम्हें बिखर गये हैं।
गतिहीन।
मैं ठहरा हूं और फिर चलता हूं।
मैं यति हूं, मैं विराम हूं।...........
रुके समय की चलती कविता...बहुत कुछ ट्रान्स जैसी....
बहुत उत्तम..आभार इस प्रस्तुति का.
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