एक व्यक्ति जो प्रेम में है जाहिर है उसमें शत्रुभाव होगा ही नहीं इसलिए मान अपमान जैसी सभी चीजों के प्रति वो एकसा तटस्थ उदासीन होगा।prem sirf shabad hi nahi ik gahre or kyee arth smete hai...bhavukta hai..khyaal hai....apki har post ik satya hoti hai shasvat...sunder
4 टिप्पणियां:
सत्य वचन।
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जिसपर हमको है नाज़, उसका जन्मदिवस है आज।
कोमा में पडी़ बलात्कार पीडिता को चाहिए मृत्यु का अधिकार।
बिलकुल सही कहा आपने..... अच्छी लगी यह पोस्ट....
एक व्यक्ति जो प्रेम में है जाहिर है उसमें शत्रुभाव होगा ही नहीं इसलिए मान अपमान जैसी सभी चीजों के प्रति वो एकसा तटस्थ उदासीन होगा।prem sirf shabad hi nahi ik gahre or kyee arth smete hai...bhavukta hai..khyaal hai....apki har post ik satya hoti hai shasvat...sunder
सही है। इसमें तो गीता का सार है।
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