नहीं ऐसा भी नहीं, कि हम खाली हाथ लौटेउसके दर से लौटे हम, नई हसरत लिये हुएबहुत खूब
bahut sunder....
mujhe sakaratmakta bhatee hai...........asardar panktiya...........
bahut khub फिर से प्रशंसनीय रचना - बधाई
khoobsurat hai ji....kunwar ji,
हसरत है तो जीने की आस है ... बहुत खूब लिखा है ...
6 टिप्पणियां:
नहीं ऐसा भी नहीं, कि हम खाली हाथ लौटे
उसके दर से लौटे हम, नई हसरत लिये हुए
बहुत खूब
bahut sunder....
mujhe sakaratmakta bhatee hai...........
asardar panktiya...........
bahut khub
फिर से प्रशंसनीय रचना - बधाई
khoobsurat hai ji....
kunwar ji,
हसरत है तो जीने की आस है ... बहुत खूब लिखा है ...
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