Friday 18 June 2010

अध्ययन के समय ध्यान केन्द्रित करने के 7 तरीके


1. सभी कार्य अधिक ध्यानपूर्वक करें उदाहरणतः जब आप पढ़ रहें हो तो ‘‘केवल पढ़ें’’, कोई वाहन चला रहें तो ‘‘केवल वाहन चलायें’’। खुद से कहें कि आप ही को किसी विषय विशेष पर ध्यान केन्द्रित करना है और आप ही खुद को भटकने दे रहे हैं।
 2. प्रत्येक कार्य और कोई भी कार्य करते हुए उसमें अपना पूरापन उड़ेल दें, कुछ भी करते समय उसमें गलती की संभावना को न्यूनतम करते हुए शून्य पर लायें।
 3. विचारों को स्पष्ट रखें। लिखकर मिटाना या कागज फाड़ कर फेंक देना एक गंदा व्यवहार है। किसी बात को उसकी पूरी स्पष्टता से सोचें, शब्दों को आप अपनी विशिष्ट शैली में अनुक्रम दें, वाक्य बनायें और लिख डालें। किसी शब्द की संरचना के लिए डिक्शनरी की मदद लेने में संकोच ना करें।

4. अपनी पठन क्षमता या पढ़ने की सामथ्र्य बढ़ायें। प्रत्येक वाक्य का अर्थ समझते हुए ज्यादा से ज्यादा तेजी से पढ़ने की कोशिश करें, ताकि पूरे पैराग्राफ का एक निचोड़ वाक्य स्पष्ट रहे। जितना ही समय कम लगेगा, दिमाग ज्यादा केन्द्रित होगा।

5. किसी भी चीज का गहराई से विश्लेषण करें। हम किसी भी बात को गंभीरता, गहराई से नहीं देखते, यहां तक कि हम कार्य करते वक्त परिवेश का भी ध्यान नहीं रखते। तो किसी भी चीज पर ध्यान केन्द्रित करते समय समग्रतापूर्व दृष्टि रखें।

6. अपने आसपास घट रही घटनाओं, चीजों पर नजर रखें कि कब, कहां, कैसे, क्या हो रहा है पर उन्हंे अपने वर्तमान काम के आड़े ना आनें दें और वर्तमान विषय को ही प्रमुखता दें। देखें कि व्यवधान, बाधा क्या है, ध्यान भटकने के क्या कारण हैं।

7. किसी बड़े और कठिन लक्ष्य को सामने रखने पर घबराहट के कारण मन भटकता है, नकारात्मक विचार आते हैं। तो अपने बड़े लक्ष्य के छोटे छोटे हिस्से करें, इतने छोटे कि कुछ मिनटों या घंटों में उस लक्ष्य के प्रति कुछ कार्य कर सकें। उन छोटे-छोटे कार्यों को सम्पन्न करते जायें, यही जुड़कर उस बड़े लक्ष्य को सम्पन्न कर देंगे। याद रखें समतल रास्ते तय करने हों या एवरेस्ट हम एकत्र-एक कदम चल कर ही दूरी तय कर सकते हैं।

पढ़ते समय ध्यान केन्द्रित करने के तीन चरण
1. पता लगायें कि कारणों से आपका ध्यान भटक रहा है, ना तो बार-बार उठ जायें ना ही जम कर बैठ जाने का संकल्प लेकर खुद से जबर्दस्ती करें।
2. भटकाने वाले विचारों को देखते चले जायें और इस बात को समझें कि आप इन कारणों को दूर करने की बजाय वर्तमान विषय का अध्ययन कितना महत्वपूर्ण है।
3. किसी विषय पर पूर्वधारणा बनाने, स्वीकारने या नकारने की बजाय उस सारी बात को समझ लेने की आदत बना लें।

अन्य कारणों और उनके निवारण हेतु यह महत्वपूर्ण चार्ट देखें:

2 comments:

दिगम्बर नासवा said...

बहुत अच्छे तरीके बताए हैं ... आजमा कर देखेंगे ...

अनुनाद सिंह said...

अच्छी सलाह है।

कभी कांसेप्ट साफ करने के अच्छे गुर भी सुझाइये।

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