बुधवार, 16 जुलाई 2014

था मैं इतना पराया भी नहीं

17-17
था मैं इतना पराया भी नहीं
कि तूने आजमाया ही नहीं

जो दौलतें हैं तो संग सब ही
नहीं तो धूप में साया नहीं

18-18
उम्र और तजुर्बे बोलते हैं
यूं मैं कुछ सीखा सिखाया नहीं

तू मिला तो गीत, खोया तो गम
इस दिल ने, और कुछ गाया नहीं

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

🙏🙏🙏

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