मंगलवार, 7 जनवरी 2014

पापा, मुझे भी दिला दो रंग बिरंगी पतंग


पापा,
मुझे भी दिला दो
रंग बिरंगी पतंग
तय करने दो जीवन के ऊंचे लक्ष्य
भरने दो उमंगों के रंग
पापा,
मुझे भी ला
दो लंबी डोर
हाथ मेरे हो.. जीवन का ओर-छोर
पापा,
मुझे भी दिला दो
मांजा धारदार
कला-विज्ञान की कुशलता-निपुणता...
कि मेरे पास भी जवाब हो
जब हों दुनियाँ के वार
पापा,
मुझे भी दिला दो
लम्बी डोर भरी चरखील
कि कल्पना की दुनिया को मिले
मनचाही ढील

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