Saturday 22 August 2009

तुझ पे यकी के लाख बहाने

3 comments:

शारदा अरोरा said...

बहुत बढ़िया , उस पर यकीं के लाख बहाने जिसने देख लिए , समझो उसने साक्षी भाव से जीवन को जी लिया |

Udan Tashtari said...

बहुत उम्दा!!

Anonymous said...

Ati sundar.
वैज्ञानिक दृ‍ष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।

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